kuber mantra : हिन्दू धर्म में शायद ही कोई इंसान हो जिसने कुबेर भगवान का नाम ना सुना हो या उनके बारे में ना जानता हो| कुबेर भगवान को धन के देवता के नाम से भी जाना जाता है,सभी देवताओ के कोषाध्यक्ष भी कुबेर भगवान ही है| कुछ इंसानो का मानना है की कुबेर रावण के सौतेले भाई थे,एक बार कुबेर भगवान ने रावण को समझाने के लिए एक दूत भी भेजा था लेकिन अहंकारी रावण ने उस दूत का सिर काट दिया था|
फिर कुबेर और रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ जिसमे रावण विजयी हुआ और उसने कुबेर भगवान का पुष्पक विमान भी छीन लिया था| कुबेर भगवान ने फिर शंकर भगवान की घोर तपस्या की जिससे प्रसन्न होकर भगवान ने उन्हें वरदान दिया था,कुबेर के अच्छे ब्राह्मण गुणों की वजह से उन्हें धन का स्वामी बनाया गया था|
कुबेर भगवान की कृपा दृष्टि जिस इंसान पर हो जाती है उस इंसान के जीवन में कभी धन की कमी नहीं होती है| शायद ही दुनिया में कोई इंसान हो जिससे धन की इच्छा ना हो चाहे उस पर पहले से बहुत धन हो| कुबेर मंत्र को पढ़ने से कुबेर भगवान प्रसन्न हो जाते है और अपने भक्त के जीवन में धन की कमी को दूर करके उसका जीवन खुशहाल बना देते है| कुबेर मंत्र (kuber mantra) निम्न प्रकार है –
कुबेर मंत्र – kuber mantra
- ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
- ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
video – kuber mantra