surya namaskar mantra : सूर्य नमस्कार को सूर्योदय या सूर्योदय से पहले करने से ही सबसे ज्यादा लाभ प्राप्त होता है| सूर्य नमस्कार दुनिया का एकमात्र ऐसा योगासन होता है जिसके करने पर आपको इतना लाभ प्राप्त होता है जितना सभी योगासन को करने पर प्राप्त होता है| जो भी इंसान सूर्य नमस्कार को सही समय और सही तरीके से कर लेता है उसे कोई और योगासन करने की जरुरत नहीं होती है|
दुनिया में जितने भी योगासन है उनमे सर्वश्रेष्ट सूर्य नमस्कार को ही माना जाता है | अगर कोई भी इंसान सूर्य नमस्कार को नियमित रूप से करता है तो वो शारीरिक रूप से निरोग और स्वस्थ होने के साथ साथ उसके चेहरे का तेज भी बाद जाता है| सूर्य नमस्कार करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते है और उनकी कृपा दृष्टि से शरीर स्वस्थ होने के साथ साथ आपकी कुंडली या जीवन में आने वाली परेशानियो से भी मुक्ति प्राप्त हो सकती है|
लेकिन सूर्य नमस्कार को पूर्ण करना बहुत जरुरी होता है, सूर्य नमस्कार को तेरह अलग अलग मंत्रो के साथ तरह बार करना चाहिए, प्रत्येक सूर्य नमस्कार सूर्य देव के अलग मंत्र के साथ करने से ही आपको पूर्ण लाभ की प्राप्ति हो सकती है| चलिए अब हम आपको सूर्य देव के 13 मंत्रो (surya namaskar mantra) के बारे में बताते है –
- पढ़िए – सूर्य मंत्र – surya mantra
सूर्य नमस्कार मंत्र – surya namaskar mantra
- ॐ मित्राय नमः
- ॐ रवये नमः
- ॐ सूर्याय नमः
- ॐ भानवे नमः
- ॐ खगाय नमः
- ॐ पूष्णे नमः
- ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
- ॐ मरीचये नमः
- ॐ आदित्याय नमः
- ॐ सवित्रे नमः
- ॐ अर्काय नमः
- ॐ भास्कराय नमः
- ॐ श्री सबित्रू सुर्यनारायणाय नमः
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