surya mantra : रविवार का दिन सूर्यदेव भगवान् को समर्पित होता है,ऐसा माना जाता है की इस जगत की आत्मा सूर्यदेव भगवान ही है| पौराणिक कथाओ के अनुसार माता अदिति के गर्भ से ही सभी देवताओ की उत्पत्ति हुई थी,जिसमे सूर्य भगवान को उन सभी देवताओ के नायक के रूप में चुना गया था,सूर्य भगवान का जन्म असुर के संहार के लिए हुआ था|
सूर्य भगवान को जगत के कर्ता धर्ता के रूप में भी जाना जाता है अगर सूर्य भगवान नहीं होते तो पृथ्वी पर जीवन भी संभव नहीं होता| हिन्दू धर्म के अनुसार सभी देवी देवताओ में से केवल सूर्य भगवान ही ऐसे देवता है जो साक्षात् दिखाई देते है| सूर्य भगवान के तेज का सामना करना किसी भी इंसान के बस की बात नहीं है,सूर्य भगवान जब किसी पर क्रोधित हो जाते है तो उस इंसान का जीवन बर्बाद हो जाता है|
लेकिन जिस इंसान पर सूर्य भगवान की कृपा हो जाती है उसका जीवन धन्य हो जाता है| सूर्य भगवान को रोजाना जल अर्पण करना चाहिए और रविवार के दिन सुबह स्नान करके सूर्य भगवान की आराधना और मन्त्र का जाप करने से सूर्य भगवान प्रसन्न हो जाते है और अपने भक्त के जीवन को सुखमय बना देते है| सूर्य मंत्र (surya mantra) निम्न प्रकार है –
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सूर्य मंत्र – surya mantra
“ऊँ आकृष्णेन रजसा वर्तमानो निवेशयन्नमृतं मर्त्यण्च । हिरण्य़येन सविता रथेन देवो याति भुवनानि पश्यन ।।”
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