बृहस्पति मंत्र –  brihaspati mantra

brihaspati mantra : गुरूवार का दिन बृहस्पति भगवान को समर्पित होता है,बर्हस्पति भगवान को सभी देवताओं के गुरु के रूप में जाना और माना जाता है| बृहस्पति भगवान के चार हाथ और सिर पर स्वर्ण मुकुट तथा गले में बहुत ही सुंदर माला रहती है| बृहस्पति भगवान पीले वस्त्र धारण करके कमल पर आसीन रहते है,उनके चार हाथों में स्वर्ण निर्मित दण्ड, रुद्राक्ष माला, पात्र और वरदमुद्रा होती है|

पुराणों में बताया गया है की बृहस्पति भगवान बहुत ही सुंदर हैं और उनका वाहन सोने से बना हुआ रथ और जिस महल में वो रहते है वह भी सोने से बना हुआ है| ऐसा मन जाता है की जब भी कोई असुर या दैत्य किसी भी यज्ञ में विघ्न डालकर देवताओं या मुनियो को परेशान करता था तब वो अपनी रक्षा के लिए देवगुरु बृहस्पति के मंत्रों का उच्चारण करके अपनी रक्षा करते थे| बृहस्पति भगवान सभी देवताओ का पोषण और रक्षण करने के साथ साथ उन्हें दैत्यों से भी बचाते थे|

आज के समय में भी जब इंसान के जीवन में कोई परेशानी आती है तो वो ग्रहो की स्थिति के बारे में जरूर जानना चाहता है क्योंकि उनकी वजह से भी परेशानी आती है| लेकिन अगर आप गुरु ग्रह या बृहस्पति भगवान के निम्न मंत्रो का जाप करते है तो जीवन में आने वाली परेशानी दूर हो जाती है| बृहस्पति मंत्र निम्न प्रकार है –

brihaspati mantra

बृहस्पति मंत्र –  brihaspati mantra

ऊं बृं बृहस्पतये नम:।

video – brihaspati mantra

 

 

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