shree siddhivinayak aarti in hindi : भगवान गणेश जी के सभी रूपों में से सबसे लोकप्रिय रूप सिद्धिविनायक जी है| सिद्धिविनायक भगवान का मंदिर मुंबई में स्थित है,भारत के सबसे अमीर मंदिरो में से एक सिद्धिविनायक मंदिर भी है,इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1801 में किया गया था| इस मंदिर में लाखो श्रदालु रोजाना आते है यहां आने वाले भक्त भारत ही नहीं विदेशो से भी आते है|
भगवान गणेश के इस रूप में उनकी सूंड बाईं की जगह दाई और मुड़ी हुई होती है,ऐसा माना जाता है की दाईं और सूंड वाली प्रतिमा स्थापित मंदिर को सिद्धपीठ माना जाता है इसीलिए इन्हे सिद्धिविनायक के नाम से जाना जाता है| मंदिर के बाहर दो चूंहों की बड़ी सी मूर्ति है उनके कानो में अपनी मनोकामना कहने से आपकी मनोकामना जल्द पूरी हो जाती है| सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन करने के लिए बॉलीवुड स्टार,नेता,बड़े बड़े उद्योगपति के साथ साथ विदेशी प्रसिद्ध हस्ती जैसे ऐप्पल सीईओ टिम कुक इत्यादि भी आते है|
ऐसी मान्यता है की किसी भी भक्त ने सच्चे मन और सच्ची श्रद्धा से सिद्धिविनायक भगवान से जो माँगा है वो उसे प्राप्त जरूर होता है| भगवान सिद्धिविनायक अपने भक्तो का बहुत ख्याल रखते है और जिनके जीवन में आने वाली समस्याओ को दूर करते है| भगवान सिद्धिविनायक जी आरती (shree siddhivinayak aarti in hindi) पढ़ें और जीवन में आने वाली परेशानियो से मुक्ति पाएं
श्री सिद्धिविनायक आरती इन हिंदी – shree siddhivinayak aarti in hindi
सुख करता दुखहर्ता, वार्ता विघ्नाची ।
नूर्वी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची ।
सर्वांगी सुन्दर उटी शेंदु राची ।
कंठी झलके माल मुकताफळांची ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव,
जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः,
कमाना पूर्ति
जय देव जय देव ॥
रत्नखचित फरा तुझ गौरीकुमरा ।
चंदनाची उटी कुमकुम केशरा ।
हीरे जडित मुकुट शोभतो बरा ।
रुन्झुनती नूपुरे चरनी घागरिया ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव,
जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः,
कमाना पूर्ति
जय देव जय देव ॥
लम्बोदर पीताम्बर फनिवर वंदना ।
सरल सोंड वक्रतुंडा त्रिनयना ।
दास रामाचा वाट पाहे सदना ।
संकटी पावावे निर्वाणी, रक्षावे सुरवर वंदना ।
जय देव जय देव..
जय देव जय देव,
जय मंगल मूर्ति ।
दर्शनमात्रे मनः,
कमाना पूर्ति
जय देव जय देव ॥